सार्वजनिक धूम्रपान एवं थूकने के वाले ही बनते है 21वी सदी के नागरिक
कानपुरl शिक्षा का स्तर पूर्व में इतना ना होने के बावजूद लोगों को जन सामान्य के नियम और कायदों का पालन आज से काफी ज्यादा करते थे लेकिन आज तो शिक्षित कहलाने वाले 21वीं सदी के नागरिक सड़कों पर यहां वहां थूकने के साथ सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने के साथ स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा रहे हैंl यह बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में नशा हटाओ स्वच्छता लाओ कोरोना मिटाओ बेटी बचाओ अभियान के तहत दनादन शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित ई स्वास्थ्य परिचर्चा में अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कहीl
उन्होंने बताया कि कोरोना के वापसी करने में मुख्य कारण हमारा स्वास्थ्य कें सामान्य नियमों का भूलना है जैसे दो गज की दूरी, मास्क ना पहनना व स्वयं के फैलाएं प्रदूषण पर नियंत्रण न रख पाना प्रमुख हैl सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि कक्षा एक से हमें हाथ धोकर भोजन करना, मुंह साफ रखना घर और बाहर स्वच्छता के बारे में जानकारी के साथ मास्क पहनना इत्यादि सिखाया गया, लेकिन हम इतने शिक्षित हो गए कि हम उसे भी भूल गएl
हमें इंद्र देवता का शुक्रगुजार होना चाहिए जो उन्होंने दीपावली से उत्पन्न पटाखे के वायु प्रदूषण को निर्मल जल से धो डालाl आज जहाँ ए क्यू आई जहां 500 से ऊपर दिख रही वह 100 के नीचे आ गई, जिससे बच्चों और बुजुर्गों को बड़ा स्वास्थ्य लाभ हुआ है बाबा ने आमजन से अनुरोध किया कि वे अपने स्तर पर प्रदूषण को कम रखने के प्रयास को तीव्र करते हुए सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान व पान मसाले की पीक को जगह-जगह ना थूकने का कार्य कर कोरोना को काफी हद तक रोक सकते हैंl
ई स्वास्थ्य परिचर्चा का संचालन संजीव गुरु का धन्यवाद समाज चिंतक राकेश चौरसिया ने दियाl इस अवसर पर भाग लेने वाले प्रमुख सर्व अजय शर्मा एडवोकेट सुभाष त्रिपाठी एडवोकेट आलोक मेहरोत्रा अशोक भारती, स्वामी गीता इत्यादि उपस्थित रहेl
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