जहाँ कवि सम्मेलन में खूब लगे ठहाके वहीं नृत्य पर झूमे लोग۔۔
मनोज मौर्य
मिशन सशक्तिकरण उत्तर प्रदेश संस्था के द्वारा
लखनऊ:-उत्तर प्रदेश महोत्सव 2020 में "संस्कृति की झलक" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश की तमाम प्रतिभावान बालिकाओं एवं महिलाओं ने अपनी विलक्षण कला एवं काव्य सृजन क्षमता से कार्यक्रम में धूम मचा दी।
संस्था प्रमुख श्रीमती शारदा सिंह की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि शोभा दीक्षित "भावना" निजी सचिव उत्तर प्रदेश सरकार, विशिष्ट अतिथि सीमा गुप्ता समीक्षा अधिकारी उत्तर प्रदेश सरकार, जी .एल. गांधी वरिष्ठ साहित्यकार व समाज सुधारक, आमंत्रित कविगण पण्डित बेअदब लखनवी, श्रीकांत त्रिवेदी , एस. पी. रावत, एस.के. राजवंशी एवं कवयित्री पण्डित विजय लक्ष्मी मिश्रा जैसे प्रसिद्ध साहित्यकारों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन व वाणी वन्दना से कार्यक्रम का सुव्यवस्थित प्रारंभ किया गया ।
मिशन की प्रभारी व संरक्षक डॉ. ज्योत्सना सिंह "साहित्य ज्योति" के संचालन में कार्यक्रम ने पूरे पंडाल को बांधे रखा। महिलाओं के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में सतत प्रयत्नशील मिशन सशक्तिकरण संस्था की ओर से मिथिका द्विवेदी एवम् श्रुति तिवारी ने शास्त्रीय गायन, यशिका शुक्ला एवम् प्रतिष्ठा ने भरतनाट्यम , श्रद्धा तिवारी ने सूफी शैली में कत्थक, जया तोलानी ने लोक नृत्य, संतोष सिंह , सुषमा सिंह, प्रियंका सिन्हा, साधना मिश्रा, विंध्य, लक्ष्मी सिंह, आभा मिश्रा ने प्रदेश की संस्कृति को संजोए हुए लोक गीतों की प्रस्तुति दी। इसके अतिरिक्त प्रसिद्ध कवियत्री डाॅ.ज्योत्सना सिंह "साहित्य ज्योति" के संचालन एवम् शिवानी त्रिपाठी के सह संचालन में पंडित विजय लक्ष्मी मिश्रा, गीता पांडे, रश्मि लहर, शशि तिवारी , साधना मिश्रा, अल्का अस्थाना , दिव्या त्रिवेदी, गरिमा पंत, अनुपमा, अपर्णा मासूम, वंदना तिवारी, पुष्प लता ने अपनी कविताओं से श्रोताओं का दिल जीत लिया। वहीं पण्डित बेअदब लखनवी की हज़ल खुद को बचाने में मेरी उम्र कट गई,
बेलन से रोज करती वो मेरी पिटाई है सुनकर लोगों के पेट में हंसते - हंसते बल पड़ गए । मिशन की ओर से ही शिवनंदिनी, रश्मि सिंह, श्रुति तिवारी , कविता कश्यप एवं समूह ने हस्तशिल्प सामानों का स्टॉल लगाया , जो सभी के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रह!
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