महिलाओ मे नेतृत्व की भावना विकसित होना बेहद ज़रूरी
वोमेन सक्सेस समिट के पहले दिन हुई महिलाओ मे नेतृत्व की मुद्दे पर हुई बहस
विभूतियों को किया गया सम्मानित
मनोज मौर्य
जब तक महिलाओ मे नेतृत्व की भावना विकसित नहीं होगी तब तक महिला सशक्तिकरण की बात करना बेमांनी है. ये बातें "वोमेन सक्सेस समिट" के पहले दिन संत गाडगे ऑडिटोरियम मे निकल कर सामने आयी. थिएटर एंड फिल्म वेलफेयर एसोसिएशन तथा विपिन प्रियंका प्रोडक्शंस द्वारा आयोजित इस सात दिवसीय समिट के पहले दिन का विषय था "लीडरशिप और महिला सशक्तिकरण".
समिट के पहले दिन के मॉडरेटर थे मेजर आशीष चतुर्वेदी जिन्होंने इस बात को बड़ी मुखरता से उठाया की सोच को बदलना ही होगा अन्यथा समाज मे महिलाओ की स्तिथि मे कोई सुधार नहीं होने वाला. पैनेलिस्ट मे शामिल थे प्रख्यात फैशन लेबल अन्थम के अभिषेक कुमार, इंटरनेशनल कत्थक एक्सपोनेंट और समाजसेविका सुरभि सिंह, समृद्धि लर्निंग फाउंडेशन की स्वाति सूरी कटियाल, सेवा संकल्प संस्था की राष्ट्रीय सचिव सुखप्रीत कौर और निशु वेलफेयर फाउंडेशन की फाउंडर गुंजन वर्मा.
थिएटर एंड फिल्म वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विपिन अग्निहोत्री के मुताबिक़ इस समिट के माध्यम से एसोसिएशन एक जनजागरण अभियान चलाने की कोशिश कर रही, जिसके तहत न केवल ग्राउंड लेवल पर महिलाओ के लिए काम किया जायेगा, साथ ही साथ ऐसे कैंपेन भी चलाये जायेंगे जिनसे उनके आत्मविश्वास मे वृद्धि हो.
एसोसिएशन के सचिव दबीर सिद्दीकी को पूरी उम्मीद है की इस तरह के प्रोग्राम महिलाओ को प्रेरित करेंगे कुछ नया और अच्छा करने के लिए. गुंजन वर्मा ने समिट के दौरान इस बात को दर्शाया की महिलाये परिवार की धुरी होती है वही दूसरी तरफ सुखप्रीत कौर का मानना था की तुम लड़की हो की मानसिकता को बदलना ही होगा। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुवात ९ वर्षीय शिक्षा अग्रवाल ने गडेश वंदना पर नृत्य कर की.समिट के दूसरे चरण मे ८ विभूतियों को सम्मानित किया गया जिनमे शामिल थे मेजर आशीष चतुर्वेदी, मुज़्ज़म्मिल रेहमान, अहमद ग़ज़ाली, गुंजन वर्मा, सुखप्रीत कौर, अभिषेक कुमार, सुरभि सिंह और स्वाति सूरी कटियाल।
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