पौधे हर मर्ज के रामबाण हैं.-ज्योति बाबा
राष्ट्रीय प्रदूषण मुक्त दिवस पर ज्योति बाबा का आवाहन याद रखें -पौधे हर मर्ज के रामबाण हैं
आइए :- प्रकृति को वृक्ष लगाकर पोषित करें..ज्योति बाबा
पुनीता कुशवाहा
कानपुरl दुनिया की बढ़ती आबादी की जरूरतें पूरी करने के लिए वनों को काटकर जमीन का खेती के लिए इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है इसके साथ ही औद्योगिक जरूरतें,जमीन रहित लोग और उपभोक्ता मांग जैसे कई कारक जंगल को तेजी से खत्म कर रहे हैं खाद्य एवं कृषि संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल 3.5 से सात अरब पेड़ काटे जाते हैं उपरोक्त बात सोसायटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में कोरोना मिटाओ बेटी बचाओ प्रदूषण मिटाओ नशा हटाओ अभियान के तहत राष्ट्रीय प्रदूषण मुक्त दिवस के अवसर पर दनादन शिव मंदिर गौशाला चौराहे पर आयोजित वर्चुअल संगोष्ठी शीर्षक "क्या देसी पौधों से सुधरेगा देश का पर्यावरण"पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरू ज्योति बाबा ने कही
बाबा श्री ने जोर देकर कहा कि एक आकलन के मुताबिक दुनिया की कुल जंगलों में 283 गीगा टन कार्बन जमा है यह वायुमंडल में मौजूद कार्बन के मुकाबले 50 फ़ीसदी अधिक है,जबकि जंगलों के जैव भार में जमा कार्बन 1.1 गीगा टन प्रति साल की दर से कम हो रहा है यह 1.1 गीगा टन कार्बन 25 किलोग्राम वाली चार अरब बोरियों के बराबर है यानी सिर्फ दुनिया का यातायात क्षेत्र हर साल जितना कार्बन उत्सर्जित करता है उससे कहीं ज्यादा साल भर में पेड़ों के काटने से होता है ऐसे में अगर पेड़ों का कटना थम जाए तो अन्य लाभों के साथ हमारा वायुमंडल प्रदूषण रहित हो सकता है,ज्योति बाबा श्री ने बताया कि गैसीय प्रदूषको से निपटने में सक्षम प्रमुख पौधे जैसे बेल उलू नीम सिरस बोगनविलिया पीपल शीशम इमली इत्यादि हमें रोपित करना ही होगा l वर्चुअल संगोष्ठी का संचालन संजीव गुरुजी व धन्यवाद कैरियर मोटिवेशनल गुरु दीप कुमार मिश्रा सीए ने दिया,अन्य भाग लेने वाले प्रमुख सर्वश्री राकेश गुप्ता लखनऊ,अंशुल सिंह सिंगर फतेहपुर,राकेश चौरसिया आलोक मल्होत्रा अजय शर्मा एडवोकेट मंजू चौरसिया स्वामी गीता इत्यादि थी l
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