भाजपा सरकार की छवि खराब करने में लगे हैं भाजपा के ही लोग
मिर्जापुर से सबसे बड़ी खबर ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल के गांव की खास रिपोर्ट...
रमेश कुमार
मिर्जापुर चुनार थाना क्षेत्र के शक्तेषगढ़ पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम गोल्हनपुर में भाजपा के ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल के भतीजे इंस पटेल जो इस टाइम वर्तमान में इंस पटेल ग्राम प्रधान है इंस पटेल खड़े होकर एक पत्रकार के परिजनो पर हमला बोलवा दिए एवं पत्रकार के परिजन को लोहे लाठी डंडे पत्थर आदि सामग्री से वार कराएं और पत्रकार और उनके परिजन को मौत की हालात में छोड़कर फरार हो गए इलाज के दौरान पत्रकार के चाचा की मौत हो गई वही पत्रकार के सिस्टर के साथ बदतमीजी की एवं उनके पेट में लाठी एवं लात से मारे..
आपको बताते चलें कि यह विवाद आबादी जमीन की है जहां पर पत्रकार का 20 साल से कब्जा था वहां पर झोपड़ी लगाया गया था और देसी खाद फेंका जा रहा था पत्रकार के परिजन घर पर नहीं थे कि उसी का फायदा उठा कर के विपक्षियों ने देसी खाद के ऊपर मिट्टी फेंक कर ढक दिया जब इसकी सूचना पत्रकार के परिजन को हुई तो पत्रकार के परिजन ने विपक्षियों से बातचीत की परंतु विपक्षियों ने जान से मारने की धमकी देने लगे उसके एक हफ्ते बीत जाने पर विपक्षी ने पंचायत के नाम पर सुबे की सरकार ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल के भतीजे इंच पटेल ने खड़े होकर जमीन दिलवाने लगे हैं तभी पत्रकार के पिताजी बोले मेरा जमीन हैं इसके नीचे मेरा देशी खाद है अगर आप सभी सरपंच को यकीन ना हो तो इसके नीचे मिट्टी खोदकर देखा जाए जब मिट्टी खुदा जा रहा था तभी उसी दौरान उर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल के भतीजे पटेल इंस पटेल ने इशारा कर पत्रकार के परिजन के ऊपर हमला बोल दिए और पत्रकार के परिजन को मौत के हालात में छोड़कर फरार हो गए इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई परंतु स्थानीय पुलिस आने पर कतरा रही थी घंटों मशक्कत के बाद पुलिस मौके पर पहुंची पूरी जानकारी ली परंतु कोई कार्रवाई नहीं की वही इलाज के दौरान पत्रकार के चाचा का मौत हो गया अभी और परिजन घायल है..
वही पत्रकार के सिस्टर के साथ बदतमीजी की एवं उनके पेट पर लाठी डंडा और पेट पर लात मार दिए इलाज के दौरान पत्रकार के चाचा की मौत हो गई मौत की सूचना चौकी इंचार्ज को दिया गया चौकी इंचार्ज आने से कतरा रहे थे घंटों मशक्कत के बाद पुलिस पहुंची पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया परंतु पोस्टमार्टम एवं मेडिकल रिपोर्ट में लीपापोती की आशंका जताई जा रही है जबकि मृतक के चार बच्चे हैं एक बेटा तीन बेटियां वही पत्रकार के परिजन का रो रो कर बुरा हाल है पत्रकार के परिजन का कहना है कि जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए एवं पत्रकार के चाचा की मौत हो जाने के बावजूद मृत्यु पत्र नहीं बनाया जा रहा है अपराधियों को कड़ी कार्रवाई की जाए वही पत्रकार के परिजन ने मुआवजे को लेकर मांग की जिसको देख क्षेत्र में सनसनी फैल गई है एवं भाजपा सरकार की छवि खराब होने की आशंका जताया जा रहा है..
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें