सील चलानी कारवाई सब मेरठ विकास प्राधिकरण के भ्रष्ट अभियंता सचिव और जोनल अधिकारी का खेल
लोकेश कुमार
मेरठ विकास प्राधिकरण जॉन D1 क्षेत्र के कचहरी पुल के पास बैंक के सामने चल रहा एक अवैध कमर्शियल दुकानों के परिसर का अवैध निर्माण जिसमें भ्रष्ट अभियंता ओमपाल यादव ने अवैध निर्माण पर सील लगाकर उसे आचार संहिता में पूरा करने में लगा हे।
भ्रष्ट अभियंता ओमपाल यादव के क्षेत्र में अनेक ऐसे अवैध निर्माण है जिन पर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभियंता अपने चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को भेजकर सील लगाने के नाम पर उन्हें डरा धमका कर उनसे मोटी उगाही कराई जाती है और अवैध निर्माण को बिना ध्वस्त करे ही उस अवैध निर्माण को पूर्ण रूप से फाइल को दबा देता है।
कचहरी पुल के पास चल रहे अवैध कमर्शियल दुकानों के कॉम्प्लेक्स की कंपाउंडिंग अगर मेरठ विकास प्राधिकरण के राजस्व को कराई जाए तो लाखों करोड़ों रुपए का मुनाफा योगी सरकार को हो सकता है पर मेरठ में बैठे कुछ भ्रष्ट अभियंता सचिव जोनल अधिकारी ऐसा नहीं कर पा रहे हैं।बल्कि आचार संहिता का उल्लंघन कर उन अवैध निर्माणों को पूर्ण रूप से तैयार जल्द से जल्द करा रहे हैं। ऐसा ही एक दूसरा निर्माण गढ़ रोड पर बिना कार्रवाई के चल रहा है।
जिसमें अभियंता को उसे अवैध निर्माण के बारे में सूचित भी किया गया पर उसके बावजूद भी भ्रष्ट अभियंता ओमपाल यादव उस निर्माण पर ना तो सील कर पा रहे हैं। ना ही ध्वस्त करने के कोई भी आदेश। अभियंता अवैध निर्माणों पर कोई कार्रवाई करने में नाकाम दिख रहा हे।
गढ़ रोड कली नदी के सात अवैध दुकानों पर सील भी लग चुकी है उसके बावजूद भी अभियंता तीन माह से दुकानों पर ध्वस्त करने के आदेश पर नहीं कर पाया है।
बल्कि अगर बात की जाए अवैध निर्माण की तो गोकलपुर कमालपुर वाले रास्ते पर भ्रष्ट अभियंता ने निर्माण कर्ता गुप्ता की एक कमर्शियल चार मंजिल बिल्डिंग और दुकानें का अवैध निर्माण भी मोटी रकम लेकर पूरा कर दिया है। इसलिए भ्रष्ट अभियंता आज तक उस निर्माण पर सील नही लगा पाया और नही लगा पाएगा क्योंकि कुछ चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने काली कमाई कर जो उस बिल्डिंग को बनवाया है।
अगर मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे इन अवैध निर्माण की जांच कराए तो अभियंता और कर्मचारी भ्रष्ट में लिप्त पाए जाएंगे।
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