आत्मा का कोई धर्म नहीं होता है- बीके आत्म प्रकाश
- संयुक्त मुख्य प्रशासिका एवं ज्ञान सरोवर की निदेशिका राजयोगिनी बीके स्वदेश ने कहा कि भारत पुण्य भूमि, स्वर्णिम भारत कहलाता था। हमें अपने कर्मों से फिर से वही भारत लाना है। हम सभी आत्माएं इस शरीर रूपी रथ के राजा है।
- मल्टीमीडिया के निदेशक बीके करुणा ने कहा कि आपका पेशा जवाबदारी का है इसलिए आपका समाज के प्रति अधिक दायित्व है।
- जब आप स्वयं मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहेंगे तो समाज के लिए बेहतर कर पाएंगे। इस दौरान राष्ट्रीय संयोजिका बीके सरला आनंद, पूर्व कुलपति मानसिंह परमार, यूके से आए लेखक नेविले होड़ीगसन, राष्टीय संयोजक बीके सांतानु भाई ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
आप सभी विशेष हो, आपकी सेवा विशेष है। ब्रह्माकुमारीज़ का मकसद है आप सभी को परमात्मा, प्रभु के समीप ले जाना।
यही संस्थान का मुख्य उद्देश्य है। आप सभी अपनी लेखनी से ऐसा प्रकाश फैलाएं कि समाज को नई दिशा और प्रेरणा मिले।
हमारी जो वास्तविक पहचान है वह किसी को नहीं दिखाई देती है। वास्तविकता में हम सभी ज्योति स्वरूप आत्मा हैं। यह शरीर तो कर्म करने का साधन है। परमपिता शिव परमात्मा भी ज्योतिर्बिंदु स्वरूप हैं।
आत्मा का कोई धर्म नहीं होता है-
मीडिया विंग के उपाध्यक्ष बीके आत्म प्रकाश ने कहा कि आज जिस तेजी से दुनिया में दुख, अशांति बढ़ रही है, इसका मुख्य कारण है पांच विकार- काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार।
देह अभिमान के कारण यह सभी विकार बढ़ रहे हैं। दुनिया की सारी समस्याओं की जड़ देह अभिमान ही है। जब हम देही अभिमान बनते हैं तभी परमात्मा की अनुभूति होती है। ब्रह्माकुमारीज़ का पहला लेशन है कि हम सभी आत्मा हैं।
आत्मा का कोई धर्म नहीं होता है। हम सभी एक ही परमपिता शिव परमात्मा की संतान हैं। राष्ट्रीय संयोजक बीके शांतानु भाई ने स्वागत भाषण देते कहा कि आप सभी का परमात्मा के घर में स्वागत है।
चार दिन तक आप सभी यहां के आध्यात्मिक वातावरण का लाभ लें और यहां से ज्ञान और शांति से भरपूर होकर जाएं।
राष्ट्रीय संयोजक बीके निकुंज ने कहा कि आप सभी मीडिया के भाई-बहन अपने घर में, परमात्मा के घर में आए हैं। ज्ञान सरोवर से ज्ञान की झोली भरकर जाएं। यहां से खुशी, शांति लेकर जाएं जो आपके जीवन में हमेशा के लिए यादगार बन जाएगी।
मीडिया विंग द्वारा पिछले तीन दशकों से भारत सहित विश्वभर के अनेक देशों में मीडिया सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं।
इन सम्मेलनों का मकसद है मीडियाकर्मियों के जीवन में सुख, शांति और खुशी लाना है। वलसाड़ से आईं जोनल संयोजक बीके रंजन दीदी ने राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से मीडियाकर्मियों को गहन शांति की अनुभूति कराई।
बालिकाओं ने स्वागत गीत से मोहा मन- स्वागत नृत्य खड़गपुर के आदिकला नृत्य अकादमी की बालिकाओं ने पेश किया। जोरदार नृत्य की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।
शुरुआत में ब्रह्माकुमारीज़ की अब तक की यात्रा और आध्यात्मिक ज्ञान पर बनी वॉइस ऑफ टू्थ्र शॉर्ट वीडियो फिल्म दिखाई गई।
गायक व कलाकार बीके डेविड ने मधुर गीत की प्रस्तुति दी। अजमेर से आईं विंग की सबजोनल मीडिया समन्वयक बीके योगिनी ने सम्मेलन की रूपरेखा बताई। अतिथियों का स्वागत पगड़ी पहनाकर और पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया।
संचालन मुख्यालय संयोजिका बीके चंदा ने किया। स्वागत गीत मधुर वाणी ग्रुप के कलाकार बीके सतीश व टीम ने पेश किया।
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